-बुद्ध के रास्ते पर चलने का किया आह्वान
शाहजहांपुर। लार्ड बुद्धा एजूकेशनल एंड कल्चरल सोसाइटी उत्तरप्रदेश के तत्वावधान में तीन माह से चल रहे वर्षावास का समापन एवं धम्म दीक्षा स्मृति दिवस का आयोजन शुक्रवार को पुवायां रोड स्थित बुद्ध विहार में किया गया।
सोसाइटी के प्रांतीय अध्यक्ष सुरेश पाल एडवोकेट की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ त्रिसरण एवं पंचशील वंदना से किया गया किया। प्रांतीय सदस्य शैलेन्द्र गौतम ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की । उन्होंने बताया कि सम्राट अशोक द्वारा ली गई बौद्ध धम्म की दीक्षा के दिवस को ही संविधान निर्माता डॉ. अम्बेडकर ने 14 अक्टूबर 1956 को विजयदशमी के दिन पांच लाख लोगों के साथ नागपुर के रामलीला मैदान में बौद्ध दीक्षा ग्रहण की थी।
मुख्य वक्ता संघप्रिय गौतम ने कहा कि सभी को तथागत भगवान बुद्ध के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। वे करुणा की साक्षात मूर्ति थे। उनके संदेशों को आत्मसात करने वाले लोग कभी गलत मार्ग पर नहीं जा सकते। श्रावस्ती के बिहारधीश भंते डॉ. स्वरुपानंद तथा बालामऊ, हरदोई के बिहाराधीश भिक्षु करुणानंद ने कहा कि अपनी दिनचर्या में शील का अनुसरण करें, समाज में दया और करुणा का भाव बनाए रखें। अपने व्यक्तित्व का विकास कर अपने बच्चों को संस्कारवान बनाएं। शाहबाज़नगर के ग्राम प्रधान महेश गौतम ने वर्षावास करने वाले भिक्षुओं को उपहार भेंट किए तथा अनूप कुमार एडवोकेट ने संविधान की उद्देशिका भेंट की। इसके पश्चात् वर्षावास के दौरान बौद्ध भिक्षुओं को भोजन कराने वाले धम्म अनुयायियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सियाराम दिनकर, ज्ञानेन्द्र मोहन ‘ज्ञान’, पेरियार राम सागर यादव, एस एल गौतम, मनोज कुमार, जगदीश प्रसाद, बहादुर लाल आजाद, अजय वर्मा, बृजेश कुमार, महेश पाल अम्बेडकर, राजेश्वर सिंह, राजू बग्गा, मुरारी लाल राजपूत, कन्या राजपूत, नवनीत यादव सहित काफी संख्या में धम्म उपासक उपासिकाएं उपस्थित रहे। संचालन वेदपाल सुमन ने तथा आभार ज्ञापन विनोद छाबला ने किया।