बदायूं। एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने मंगलवार देर रात कई अधीनस्थों के ट्रांसफर किए हैं। इनमें कुछ नियमित प्रक्रिया के तहत हुए हैं तो कुछ को सट्टेबाजों और पुलिस के गठजोड़ पर एक्शन के तौर पर देखा जा रहा है। दो चौकी प्रभारियों का चार्ज छिना है, जबकि कोतवाली के ड्राइवर को लाइन हाजिर किया गया है। इसके अलावा पिछले दिनों सिविल लाइंस थाने से कोतवाली और कोतवाली से सिविल लाइंस थाने भेजे गए सिपाहियों का ट्रांसफर निरस्त कर उनको देहात के थानों में भेजा गया है।
शहर में सट्टेबाजी चरम पर है। सदर कोतवाली पुलिस से सटोरियों की सेटिंग के चलते उन पर कार्रवाई नहीं होती। सप्ताहभर पहले तक आलम यह रहा कि लालपुल, सोथा, कबूलपुरा, मीराजी चौकी, नई सराय, मालवीयगंज चौकी क्षेत्रों में खुलेआम सट्टा चलता था। एक परिवार ने सटोरिया का वीडियो लालपुल चौकी इंचार्ज को दिया तो कार्रवाई की जगह चौकी स्टाफ ने यह बात सटोरिया तक पहुंचा दी। इसके बाद दिवाकर नाम के युवक की लालपुल इलाके में सड़क पर पीटकर हत्या कर दी गई।
इसके बाद फौरी तौर पर लालपुल व मीराजी चौकी प्रभारी लाइन हाजिर किए गए। वहीं मामले की विभागीय जांच शुरू हुई तो पता लगा कि आधी कोतवाली सट्टेबाजों की सरपरस्त है। इस पर एसएसपी ने जहां सदर कोतवाल के ड्राइवर योगेश को लाइन हाजिर किया, वहीं सोथा चौकी प्रभारी एसआई धर्मेंद्र कुमार को उसहैत थाने भेज दिया है। सिविल लाइंस थाने की नवादा चौकी के प्रभारी सुमित चौधरी को भी हटा दिया है। उन्हें कुंवरगांव थाने भेज दिया है।
इधर कुछ सिपाहियों को शहर से हटाकर देहात के थानों में भेजा गया है। पिछले दिनों सिविल लाइंस थाने में तैनात चार सिपाहियों का ट्रांसफर सदर कोतवाली किया गया था। जबकि सदर कोतवाली में पोस्ट सात सिपाही सिविल लाइंस थाने भेजे गए थे। बताया जाता है कि ट्रांसफर के बाद भी दोनों थानों के सिपाही अपने पुराने कार्यक्षेत्र में ज्यादा एक्टिव रहते और सट्टेबाजों को शह देते थे। इन सभी के ट्रांसफर निरस्त कर एसएसपी ने उन्हें देहात के थानों में पोस्ट किया है।
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