वर्ष के अंत में बड़ा हादसा हो गया। चालक दल के दो लोग बच गए, बाकी सभी 179 जिंदा जल गए। एक भी यात्री जिंदा नहीं बचा। दोनों की किस्मत में करिश्मा लिखा था। दोनों पीछे की सीट पर थे जो ज्यादा सेफ मानी जाती है, लेकिन पिछले हिस्से से एक भी पैसेंजर जीवित नहीं बच सका।
Related Posts
मदरसों में पढ़ाई जाएगी संस्कृत
देहरादून। उत्तराखंड की धामी सरकार ने प्रदेश भर के मदरसों में संस्कृत भाषा पढ़ाने के मसौदे पर काम शुरू किया…
खड़ी मालगाड़ी से टकराई बागमती एक्सप्रेस, दो कोच में लगी आग
चेन्नई। मैसूरु के त्रिवल्लूर में ट्रेन हादसा हो गया। लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से पीछे से बागमती ट्रेन आकर…
मुरादाबाद में प्रिंसिपल की सरेराह हत्या
यूपी के मुरादाबाद में बाइक सवार बदमाशों ने स्कूल जा रहे प्रिंसिपल की गोली मारकर हत्या कर दी। दिनदहाड़े हुई…