DGMO लेफ्टिनेंट जनरल घई ने प्रेस ब्रीफिक में एशेज सीरीज और विराट कोहली का का जिक्र करके #indiaAIRFORCE और #IndianArmy डिफेंस सिस्टम को समझाया
आज मैं इस युद्द के अहम पहलू के बारे में बता रहा हूं। हमें एयर डिफेंस ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई को समझने की आवश्यकता है। मैंने कल बताया था कि पिछले कुछ सालों में आतंक की गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था।
इंटरनेशनल बाउंड्री से रडार, एयर डिफेंस सिस्टम, विटेंज एयर डिफेंस सिस्टम और मॉडर्न एयर डिफेंस सिस्टम की लेयर थी। इसे पारकर हमारी एयरफील्ड को अटैक करना उनके लिए मुश्किल था।
ये चित्र (ऊपर का) एक घटना की याद दिलाता है। 1974 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज खेली गई। उसमें ऑस्ट्रेलिया के दो तेज गेंदबाजों डेनिस लिली और जैफ थॉमसन ने इंग्लैंड को धराशाई कर दिया था। दोनों ने मिलकर 58 विकेट लिए थे और ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 4-1 से जीती थी। ऑस्ट्रेलियंस ने उस समय एक कहावत निकाली थी। ऐशेज टू एशेज एंड डस्ट टू डस्ट।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थिति आतंकी ठिकानों का वही हाल किया जो उस सीरीज में लिली और थॉमसन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड का किया था।
आज क्रिकेट की भी बात जरूरी है। विराट कोहली ने संन्यास लिया है, वे मेरे भी फेवरेट क्रिकेटर हैं।
लिली और थॉमसन की तरह हमारी लेयर है। फोटो में दिखाई गई एक लेयर को पार कर भी गए तो हमारी एयरफील्ड को हिट करने से पहले कोई ना कोई सिस्टम उन्हें (दुश्मन) गिरा देगा। हमारी एयर डिफेंस शील्ड हर वक्त एक्टिव है।
बीएसएफ की भी सराहना करूंगा। उनके डायरेक्टर जनरल से लेकर पोस्ट पर पहरा देने वाले जवान बढ़चढ़कर शामिल हुए और हमें मदद की। हमारी मल्टी टियर्ड ग्रुप का वे भी हिस्सा थे। आपने सुना होगा, जब हौसले बुलंद हों तो मंजिलें कदम चूमती हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीनों सेनाएं मिलकर काम कर रही थीं। हमारे 140 करोड़ भारतीय हमारे पीछे खड़े थे। इसके लिए हम आपको सैल्यूट करते हैं।
#गौरव पांडेय